नक्सलियों को राशन सप्लाई करता था दुकानदार, विस्फोट में संलिप्तता भी स्वीकारी
रिपोर्ट : शैलेश सिंह
जराईकेला थाना क्षेत्र में डायरेक्शनल आईईडी ब्लास्ट के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। थाना कांड संख्या 10/25 दिनांक 19/05/2025 के तहत दर्ज प्राथमिकी में कुल 11 नामजद अभियुक्तों सहित अज्ञात लोगों के खिलाफ देशविरोधी गतिविधियों और विध्वंसकारी साजिश रचने का आरोप है।
मामले में भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2)/191(3)/190/61(2)/132/109(1), BNS 4/5, Explosive Sub Act एवं 17 CLA Act के तहत अभियुक्तों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। आरोप है कि ये लोग पुलिस बल को जानमाल की क्षति पहुँचाने एवं क्षेत्र में आतंक का वातावरण उत्पन्न करने के इरादे से डायरेक्शनल IED बम लगाने की साजिश में शामिल थे।
इन लोगों पर दर्ज है प्राथमिकी
मामले में जिन लोगों के नाम शामिल हैं वे हैं:
मिसिर बेसरा
अनल दा
अनमोल
आश्विन
मोछु दा
चंदन
अजय महतो
अपटन
अमित मुंडा
सालुका
सागर
साथ ही कुछ अन्य अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
गुप्त सूचना के आधार पर खुला राज
अनुसंधान के दौरान गुप्तचर एवं मानवीय स्रोतों से यह जानकारी मिली कि समठा गंझु टोला निवासी मदन लाल मारा (उम्र 37 वर्ष), पिता जोटो मारा को संदेह के आधार पर उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई, जिसमें उसने चौंकाने वाला खुलासा किया।
स्वीकार किया विस्फोट में संलिप्तता
पुलिस पूछताछ में मदन लाल मारा ने स्वीकार किया कि वह 18 अप्रैल 2025 को हुए डायरेक्शनल IED ब्लास्ट में संलिप्त था। इसके बाद उसे विधिवत गिरफ्तार कर बुधवार, 21 मई 2025 को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
ये सामान बरामद
आरोपी के पास से निम्नलिखित संदिग्ध सामग्री बरामद की गई:
चालीस हाथ लंबा लाल-काला रंग का बिजली का तार
12 वोल्ट की एक्साइड बैटरी (काले रंग की)
छापेमारी दल में ये अधिकारी रहे शामिल
इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में शामिल थे:
पु.अ.नि. अमित कुमार पासवान, थाना प्रभारी, जराईकेला
स.अ.नि. अवध किशोर विद्यार्थी, जराईकेला थाना
जराईकेला थाना रिजर्व गार्ड
पुलिस अब अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी
पुलिस का कहना है कि यह एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा हो सकता है और अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जांच एजेंसियां तकनीकी साक्ष्यों और डिजिटल फुटप्रिंट्स के आधार पर अन्य संभावित संलिप्त लोगों को चिह्नित कर रही हैं।