स्थानीय लोगों को बहाली में प्राथमिकता देने की भी उठी आवाज़, RMD हेड ऑफिस के लिए राँची को बताया गया सबसे उपयुक्त स्थान
रिपोर्ट : शैलेश सिंह / संदीप गुप्ता
झारखंड मजदूर संघर्ष संघ, किरीबुरु-मेघाहातुबुरु, गुआ और चिरिया क्षेत्र के खनिकों ने सार्वजनिक क्षेत्र की इस्पात कंपनी SAIL के रॉ मटेरियल डिवीजन (RMD) का हेड ऑफिस राँची में स्थापित करने की पुरज़ोर माँग की है। इस संबंध में संघ के किरीबुरु महामंत्री राजेंद्र सिंधिया के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने झारखंड सरकार के मंत्री दीपक बिरुवा को एक माँग पत्र सौंपा।
राँची को बताया गया भौगोलिक और प्रशासनिक दृष्टि से उपयुक्त
माँग पत्र में कहा गया है कि SAIL की अधिकांश खदानें झारखंड में ही स्थित हैं, और इन सभी खदानों का भौगोलिक केंद्र बिंदु राँची है। यहाँ से बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के माध्यम से देश के हर हिस्से से सुगम कनेक्टिविटी उपलब्ध है। ऐसे में RMD का हेड ऑफिस राँची में होना न केवल व्यावहारिक है, बल्कि इससे स्थानीय प्रशासनिक समन्वय भी बेहतर होगा।
मंत्री ने दिया आश्वासन, सरकार करेगी SAIL प्रबंधन से वार्ता
मंत्री दीपक बिरुवा ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि वह इस प्रस्ताव को सरकार के स्तर पर चर्चा में लाएंगे और SAIL प्रबंधन को इस बाबत पत्र भेजा जाएगा। उन्होंने स्थानीय हितों की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करने का भरोसा भी जताया।
स्थानीय लोगों को बहाली में मिले प्राथमिकता, लागू हो “स्टेट कोटा” मॉडल
प्रतिनिधिमंडल ने एक अन्य प्रमुख माँग के रूप में यह भी उठाया कि SAIL की विभिन्न परियोजनाओं और बहालियों में स्थानीय लोगों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए। उन्होंने सुझाव दिया कि मेडिकल कॉलेजों की तर्ज पर जहाँ 85% सीटें स्टेट कोटा और 15% ऑल इंडिया कोटा के अंतर्गत होती हैं, वैसे ही SAIL की बहालियों में भी कम-से-कम 85% पद स्थानीय नियोजन नीति के तहत आरक्षित हों।
माँग पत्र में स्पष्ट किया गया कि जिन लोगों की ज़मीन, जंगल और जल पर SAIL की परियोजनाएँ स्थापित हैं, उन्हें रोजगार के मामले में नजरअंदाज किया जाना अन्यायपूर्ण है।
खदानों के श्रमिकों का मिला समर्थन, संगठन के नेता भी रहे उपस्थित
इस वार्ता में किरीबुरु-मेघाहातुबुरु के अनेक सदस्यों ने भाग लिया और माँगों का समर्थन किया। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व महामंत्री राजेंद्र सिंधिया ने किया। इस मौके पर झारखंड मजदूर संघर्ष संघ के केंद्रीय अध्यक्ष और झामुमो नेता रामा पांडेय भी उपस्थित रहे। झामुमो के अन्य स्थानीय नेताओं ने भी इन माँगों का समर्थन करते हुए कहा कि यह झारखंड के श्रमिकों के सम्मान और अधिकारों की लड़ाई है, जिसे राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर आगे बढ़ाया जाएगा।
माँगों को लेकर बढ़ सकती है आवाज़
संघ के नेताओं ने संकेत दिया है कि यदि इन माँगों पर शीघ्र कार्यवाही नहीं होती है, तो राज्यभर में आंदोलन का रास्ता अख्तियार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि RMD हेड ऑफिस को राँची में स्थानांतरित करना एक तार्किक और न्यायसंगत निर्णय होगा, जो न केवल प्रशासनिक सुविधा देगा बल्कि झारखंड की आर्थिक और सामाजिक स्थिति को भी सशक्त बनाएगा।