झूठे बयानों से सरायकेला की छवि धूमिल करने की साजिश, प्रशासन के प्रयासों की होनी चाहिए सराहना
सरायकेला: झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की सफलता और लोकप्रियता से विपक्षी दल खासकर भाजपा के नेता बौखला गए हैं। इसी बौखलाहट में वे राज्य सरकार को निशाना बनाते हुए सरायकेला जैसी कलात्मक पहचान वाली नगरी को भी बदनाम करने से पीछे नहीं हट रहे। यह आरोप झारखंड मुक्ति मोर्चा के सरायकेला-खरसावां जिला उपाध्यक्ष भोला महंती ने सोमवार को प्रेस बयान जारी कर लगाए।
राज्य सरकार के निर्देशों पर लगातार हो रहा है जनहित में कार्य
भोला महंती ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार के नेतृत्व में राज्यभर में प्रशासन एवं पुलिस जनहित में उल्लेखनीय कार्य कर रही है। सरायकेला-खरसावां जिला भी इससे अछूता नहीं है। जिले में बेहतर प्रशासनिक कार्यों के लिए ही हाल ही में उपायुक्त रविशंकर शुक्ला को प्रधानमंत्री के हाथों सम्मानित किया गया। यह इस बात का प्रमाण है कि जिले में योजनाएं धरातल पर उतर रही हैं और प्रशासनिक टीम सक्रिय है।
अवैध अफीम की खेती के विरुद्ध पुलिस चला रही है अभियान
महंती ने पुलिस अधीक्षक मुकेश कुमार लूणायत के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि जिले में अपराध नियंत्रण के साथ-साथ अवैध अफीम की खेती के खिलाफ निरंतर अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में दर्जनों एकड़ में नष्ट की गई अफीम की खेती, और लगातार ग्रामीणों को नशे के खिलाफ जागरूक करने की मुहिम बताती है कि पुलिस पूरी तरह सक्रिय है। कई थाना क्षेत्रों में इस धंधे में लिप्त लोगों की धर-पकड़ भी जारी है।
नशा के विरुद्ध ऐसा अभियान पहले किसी सरकार ने नहीं चलाया
झामुमो नेता ने दावा किया कि राज्य सरकार द्वारा व्यवसायिक खेती को बढ़ावा देने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया जा रहा है, जिससे वे नशे की खेती की ओर न जाएं। इससे पहले किसी भी सरकार ने इस तरह का समर्पित अभियान नहीं चलाया था। महंती ने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा लगाए गए आरोप बेबुनियाद और हास्यास्पद हैं, जिनका उद्देश्य सिर्फ हेमंत सरकार की छवि को धूमिल करना है।
अफसरों की मेहनत पर सवाल उठाकर उनका मनोबल तोड़ रही भाजपा
भोला महंती ने कहा कि जब जिले के अधिकारी सही दिशा में काम कर रहे हैं, तो पक्ष-विपक्ष दोनों को उनकी सराहना करनी चाहिए। मगर विपक्षी नेताओं द्वारा की जा रही अनर्गल बयानबाजी से न केवल अधिकारियों का मनोबल टूटता है, बल्कि जिला भी बदनाम होता है। उन्होंने इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित करार दिया।
“अगर ब्राउन शुगर बिक रही है, तो सबूत दें प्रशासन को”
महंती ने सरायकेला के विधायक प्रतिनिधि और जिप अध्यक्ष के उस बयान पर भी कड़ा ऐतराज जताया, जिसमें कहा गया है कि “हर वार्ड में ब्राउन शुगर बिक रही है।” उन्होंने पलटवार करते हुए कहा कि अगर उन्हें वाकई जानकारी है, तो प्रशासन को सबूत सौंपें, न कि प्रेस बयान देकर क्षेत्र की बदनामी करें।
बयानों से कलानगरी सरायकेला की छवि को पहुंच रहा नुकसान
भोला महंती ने चिंता जताई कि इस प्रकार के गैर-जिम्मेदाराना बयानों से ‘कलानगरी’ के नाम से प्रसिद्ध सरायकेला की छवि को नुकसान पहुंच रहा है। बाहरी क्षेत्र के लोग अब यहां के युवाओं को नशे के सौदागर के रूप में देखने लगेंगे, जो न केवल अपमानजनक है बल्कि क्षेत्र की सामाजिक संरचना के लिए भी खतरनाक संकेत है।
जिम्मेदार पदाधिकारियों को भी बताया जा रहा है नकारा
महंती ने कहा कि जिला मुख्यालय में कार्यरत सक्षम अधिकारी जो दिन-रात जनता के लिए कार्य कर रहे हैं, उन पर इस तरह के आरोपों से यह संदेश जाता है कि वे नकारा और कर्तव्यहीन हैं, जो पूर्णतः अनुचित है। विपक्ष को अपनी भूमिका जिम्मेदारी के साथ निभानी चाहिए।
“विकास के मुद्दों पर बात करें, न कि सस्ती लोकप्रियता के लिए क्षेत्र को बदनाम”
अपने बयान के अंत में भोला महंती ने भाजपा नेताओं से आग्रह किया कि वे सस्ती लोकप्रियता पाने के लिए झूठे आरोप लगाने की बजाय राज्य सरकार की जनहितकारी योजनाओं का मूल्यांकन करें और अगर कोई खामी है तो उसे उचित मंच पर उठाएं। सरायकेला को बदनाम कर राजनीतिक लाभ उठाना नैतिक नहीं है।