सारंडा के जंगलों में सुरक्षा बलों का संयुक्त ऑपरेशन जारी, भाकपा (माओवादी) को तगड़ा झटका
रिपोर्ट: शैलेश सिंह
प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नेता मिहिर बेसरा और उनके सहयोगियों द्वारा सरायकेला-खरसावां व चाईबासा जिले के जंगलों में नक्सली गतिविधियों को धार देने की कोशिशों पर सुरक्षा बलों ने जोरदार हमला बोला है। चाईबासा पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त टीम द्वारा चलाए जा रहे ऑपरेशन में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, आईईडी, तार, बैटरी, फ्यूज समेत नक्सलियों के दैनिक उपयोग की सामग्रियाँ बरामद की गई हैं।
सुरक्षा बलों ने यह ऑपरेशन टोटेल थाना क्षेत्र के वनग्राम दुर्गी, बाईसाकी, गोडडू और पहाड़ों के कठिन इलाकों में चलाया। 2 मई 2025 को वनग्राम बाईसाकी और दुर्गी के पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा बलों ने माओवादी संगठन के पुराने नक्सल ठिकाने को ध्वस्त कर दिया। साथ ही, बम निष्क्रिय दस्ते की मदद से वहां मिले विस्फोटकों को नष्ट भी कर दिया गया।
बरामदगी ने खोले नक्सल मंसूबों के राज
इस कार्रवाई के दौरान निम्नलिखित सामग्रियाँ बरामद की गईं:
जिलेटिन की छड़ – 16 नग
डेटोनेटर – 02 नग
फ्यूज – 01 नग
अर्धतरल विस्फोटक – 05 किलो
आईईडी के साथ कंटेनर – 03 नग (प्रत्येक 3 किलो)
लोहे की छड़ – 41 नग
पाइप – 02 नग
तार – 80 मीटर
बैटरी – 02 नग
अन्य दैनिक उपयोग की सामग्रियाँ
यह बरामदगी यह दर्शाती है कि नक्सली इन इलाकों में बड़े पैमाने पर हमला करने की योजना में थे, लेकिन सुरक्षा बलों की सतर्कता ने उनकी साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया।
सालभर से जारी है संयुक्त ऑपरेशन
बताया गया है कि वर्ष 2022 से चाईबासा, कोल्हान, सारंडा, टोटेल, गोइलकेरा, और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में लगातार संयुक्त अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में झारखंड जगुआर, सीआरपीएफ की कई बटालियन (203, 209, 193, 197, 174, 134, 60, 26 बीएन) शामिल हैं। सुरक्षा बलों द्वारा कुड़िंग, मारांगपिढ़ी, चोटो कुड़िंग, बाईसाकी, दुर्गी, बुरूगुल, गोइलकेरा जैसे गांवों में नक्सलियों की कमर तोड़ने का अभियान चलाया जा रहा है।
जवाबी कार्रवाई का संकेत
चाईबासा पुलिस और सीआरपीएफ ने यह भी संकेत दिया है कि नक्सली संगठन के खिलाफ इस तरह की आक्रामक कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी। जिले में नक्सली गतिविधियों को किसी कीमत पर पनपने नहीं दिया जाएगा। अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक नक्सली नेटवर्क पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता।