शिक्षकों, छात्रों और जनप्रतिनिधियों की भागीदारी से हुआ भव्य आयोजन
रिपोर्ट: शैलेश/संदीप
सारंडा के गंगदा पंचायत स्थित उत्क्रमित उच्च विद्यालय, दोदारी ने अपनी स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने पर डायमंड जुबली समारोह का भव्य आयोजन किया। 1949 में स्थापित यह विद्यालय क्षेत्र में शिक्षा का एक प्रमुख केंद्र रहा है। समारोह का नेतृत्व प्रधानाचार्य उत्तम कुमार दास ने किया, जिसमें विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाएं, एसएमसी सदस्य, छात्र-छात्राएं और क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों की सक्रिय सहभागिता रही।
सांसद जोबा माझी रहीं मुख्य अतिथि, किया विद्यालय की सराहना
समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सिंहभूम की सांसद जोबा माझी उपस्थित रहीं। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में पश्चिमी सिंहभूम जिला परिषद उपाध्यक्ष रंजित यादव, अंचलाधिकारी प्रदीप कुमार, मनोहरपुर के बीडीओ शक्तिकुंज पांडेय समेत कई प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए। अतिथियों का पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ शॉल भेंटकर तथा नृत्य-गीत के माध्यम से स्वागत किया गया।
राउरकेला के कलाकारों और विद्यार्थियों ने बिखेरा सांस्कृतिक रंग
कार्यक्रम की खास बात रही राउरकेला से आये अतिथि कलाकारों और विद्यालय के छात्रों द्वारा प्रस्तुत शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम। पारंपरिक और समकालीन प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। विद्यालय परिसर की आकर्षक दीवार पेंटिंग और रंगोलियों ने भी सभी का ध्यान खींचा। सांसद जोबा माझी ने विद्यालय के छात्र रोमन हेम्ब्रम और अन्य प्रतिभागियों को पुरस्कृत कर उत्साहवर्धन किया।
विद्यालय की जमीनी चुनौतियों की दी गई जानकारी
अपने संबोधन में सांसद जोबा माझी ने विद्यालय की प्रबंधन व्यवस्था, अनुशासन और सांस्कृतिक गतिविधियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि यदि विद्यालय दोबारा आमंत्रित करेगा तो वे अवश्य आएंगी। साथ ही, विद्यालय में कमरों की कमी और शिक्षकों की न्यून संख्या की समस्याओं के शीघ्र समाधान का आश्वासन भी दिया। वर्तमान में विद्यालय में केवल चार कक्ष हैं, जहाँ कक्षा एक से दस तक की पढ़ाई होती है और कुल छात्र संख्या 300 से अधिक है। शिक्षकों की संख्या केवल एक स्थायी और तीन पारा शिक्षकों तक सीमित है, जिससे शैक्षणिक गुणवत्ता पर असर पड़ता है।
स्थानीय सहयोग से शिक्षा के क्षेत्र में बढ़ता प्रभाव
इस अवसर पर विद्यालय परिवार की ओर से प्रधानाचार्य उत्तम कुमार दास, शिक्षक रोमन हेम्ब्रम, पूनम कुमारी, सहदेव तांती, अजय तांती, नीतीश कुमार, नीशा दास समेत कई शिक्षक-शिक्षिकाएं और गणमान्य लोग उपस्थित रहे। स्थानीय समुदाय और जनप्रतिनिधियों के सहयोग से आयोजित यह समारोह शिक्षा के क्षेत्र में दोदारी विद्यालय की सशक्त भूमिका को दर्शाता है।
समारोह के बहाने उठी आधारभूत सुविधाओं की मांग
डायमंड जुबली जैसे बड़े आयोजन के माध्यम से विद्यालय ने एक ओर जहां अपनी उपलब्धियों को रेखांकित किया, वहीं आधारभूत सुविधाओं की कमी को लेकर शासन-प्रशासन का ध्यान भी खींचा। विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों को आशा है कि इस आयोजन के बाद उनकी आवाज नीतिगत स्तर पर सुनी जाएगी और समस्याओं का समाधान जल्द निकलेगा।